मंगलवार, 27 अक्तूबर 2015

दुनियाँ के सबसे अमीर 3 आदमी ।

दुनियॉ के सबसे अमीर लोगो से ज्यादा कौन जानता है कि धन कैसे कमाया जाता है और दोलत कैसे जोडी जाती है ।मित्रो अगर आप दुनियॉ  के अमीर लोगो की लिस्ट देखे तो आप पाएगे की उसमे सबसे जादा व्यक्ति उधोगपति मिलेगे इससे यह स्पस्ट होता है कि अमीर होने के लिए उधोग लगाना सबसे उचित है ।खेर ।
मित्रो मेने आज तक के संसार के सबसे अमीर लोगो मे से केवल तीन लोग चुने है ' राजा मनसा मुसा ' बिल गेटस'और मुकेश अंबानी 'आइए इनके बारे मे जाने ।
[1] राजा मनसा मूसा _आज तक के मानव इतिहास मे दुनियॉ का सबसे अमीर आदमी राजा मनसा मूसा माली को माना जाता है । जो अफ्रीका  का था ।और टिम्बकटू का राजा था' यह सन 1300 की बात है एक वेबसाइट की रिपोट के अनुशार सन 1331 मे मनसा मूसा की मृत्यू के समय उसके पास 400 विलियन डॉलर की संपत्ती थी ।जिसकी कीमत आज के हिसाब से लगभग १०००००००००००००.एक नील के बराबर होगी ' यानी जितने कीआदमी  के सिर के बाल ' आदमी गिनते गिनते पागल हो जाए ।इतिहास के मुताबिक उस समय राजा मनसा मूसा माली के राज्य मे संसार का सबसे अधिक सोना निर्मित होता था ।
[2] बिल गेटस _आज बर्तमान समय मे अमेरिका के विलियन हेनरी गेटस को दुनियॉ का सबसे अमीर अमीर आदमी माना जा रहा है ।आकडो के अनुशार आज गेटस के पास 80 अरब डॉलर के लगभग दोलत है ।बिल गेटस का जन्म 1955 मे हुआ था बिल गेटस ने 13 साल की आयू  मे पहली गेम बना ली थी 'जो दुनियॉ मे बहुत प्रशिध हुई थी ।उनका दिमाग बच्पन से ही बहुत तेज चलता है 'आज बिल गेटस कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की सबसे मानी हुई कंपनी माइक्रोसॉपट के {C E O} संस्थापक है ।
[3] मुकेश अंबानी _धीरू भाई अंबानी और अंबानी ग्रुप को सभी जानते है ' रिलाइनस कंपनी के मालिक मुकेश अंबानी को आज इंडिया का सबसे बडा अमीर आदमी माना जा रहा है ।इनके पास 18 विलियन डॉलर के लगभग संपत्ती है ।2014 मे एक चीनी फार्म की रिपोट के अनुशार  मुकेश अंबानी दुनियॉ के सबसे अमीर लोगो की लिस्ट मे 41 वे स्थान पर है ।
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रविवार, 25 अक्तूबर 2015

धनी बनने का 100% सफल सूत्र ।

संसार मे कुछ लोगो के जीवन का लक्ष्य केवल  अमीर बनना ही होता है । वे अपना जीवन धन कमाने के उद्देश्य से ही जीते है ।और वह हमेशा अपना धन बढाने की चाह रखते है । एसे लोगो मे से कुछ लोग  अपने जीवन मे एक नियम का पालन करते है ' जिसके पृभाव से वह  अपना आर्थिक बिकास करने मे सौ पृतिशत सफल होते है ।
वह नियम यह है 'कि यह लोग  प्रतिदिन सुवह से ही कमाने मे जुट जाते है ' और  अपने व परिवार के देनिक खर्च  से कुछ  अधिक रूपये कमाने के बाद ही यह लोग भोजन करते है ।  इससे पहले यह लोग  अपना एक पैसा भी खर्च  नही करते है ।  यह  इनका रोज का नियम होता है । यह लोग हर दिन  अपने धन की संख्या मे बढोत्री करने के बाद ही चेन लेते है ।
अब आप बताइए की एसे लोगो को आमीर बनने से कोन रोक सकता है 'इनका आमीर बनना तय है ।
उदाहरण के लिए _मेरे एक मित्र है 'वह  एक  अच्छे व्यपारी है 'उनका यही उसूल है ।और यह  उसूल  उनके दादा परदादा से चला आ रहा है । उनके पास भी खूब धन दोलत है । पर  उनके पास समय बिलकुल भी नही है । आगर  उनका बस चले तो वह रात मे भी सोने के वजह  काम करना या कमाना  पसंद करते है । धन कमाना ही जिन लोगो का  जीवन है ।
उनके पास पेसा ही पैसा है ।
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शुक्रवार, 23 अक्तूबर 2015

खेती को लाभ का धंधा बनाए 'उत्तम खेती ।

भारत  एक कृषी प्रधान देश है और कृषी देश की अर्थव्यवस्था की रीड की हड्डी है ।भारत का अधिकंश जनसमुदाय गॉवो मे वास करता है ।जिनका  प्रमुख व्यवसाय कृषी है । पर भारत के गॉवो मे किसानो की आर्थिक स्थति का अवलोकन करने से पता चलता है की आज  उनकी स्थति अच्छी नही है । 75%किसान कर्ज मे डूवे है । एक जमाना  था जव काका  हथरसी ने कहा था 'उत्तम खेती  मध्यम व्यपार 'पर  आज खेती निचले स्तर पर है ।
खेती को आज भी उत्तम लाभ का धंधा वनाया जा सकता है । खेती से अधिक मुनाफा कमाने हेतू किसान को निम्न  उपाय  अपनाने चाहिए ।
[1]  सवसे पहले किसान को खेती की लागत कम करने के उपाय करने चाहिए जैसे किसान बाजार से महगे बीज खरीदकर बोने के स्थान पर  अपना स्यम का बीज तैयार करे ।बीज बनाने का प्रशिक्षण कृषी विज्ञान केंदृ से लिया जा सकता है ' यह केंदृ हर जिला स्तर पर स्थापित हैं ।जहाँ से किसान बीज बनाने की तकनीक सीख कर  अपना खुद का बीज बनाकर बोनी करे ।
[2] खाद 'ओर्वरक -खाद भी किसान स्यम वना कर खेतो मे डाले ।जिसमे  गोवर की खाद 'पत्तियो की खाद ' आदि किसान खुद बना सकते है ।इसके अलावा चूलहे की राख खाद के रूप मे एक  उत्तम बिकल्प है ।वेज्ञानिको और कृषी विशेषज्ञो के अनुशार राख मे 13प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते है ।और पोधो को कुल 16प्रकार के पोषक तत्वो की आवश्यकता होती हैँ ।जिसमे 3 पोषक तत्व पोधो को कुदरत से मिलते है 'हवा 'पानी और धूप 'यानी राख पोधो का संपूण  पोषण कर सकती है ।
[3] किसान खेती के साथ खेती के सहायक  उधम स्थापित करें ।जैसे -बागवानी 'सवजी उत्पादन 'पशूपालन  आदि ।यह  उधम खेती के साथ बहुत कम लागत मेहनत के किये जा सकते है 'यह  उधम खेती के वरावर ही मुनाफा देने वाले है । दुधारू पशूपालन दुनिया का एकमात्र  एसा व्यवसाय है । जिसमे मुफ्त के घास फूस से प्रोडक्ट {दूध} तैयार होता है ।वह भी दिन मे दो वार सुवह  और शाम ' इसकी मार्केटिग भी आसान है । घर से ही बिक जाता है ।
वही सवजी उत्पादन भी रोजाना आय देने वाला व्यवसाय है ।
वागवानी -वागवानी मे कृषक  अपने खेत की मेडो पर नीवू 'आवला ' अमरूद' आदि जैसे पेड के पौधो का रोपड करें । जिससे किसान को कुछ ही साल मे प्रति एक पेड से लगभग 1000रू की आय होगी ।अगर किसान के खेत की मेड पर  एसे सौ पेड हो तो एक लाख रूपये की आय हर बर्ष होगी ।
[4]  अनाजो के भाव का पूर्व अनूमान लगाना । अक्शर किसान खेत मे फसल बोने के ममले मे भेड चाल मे चलता है ।वह खेत मे वही फसल बोना पसंद करता है जिसे जाद से जादा किसान बो रहे होते है या जिस  अनाज का बर्तमान मे जादा भाव होता है ।किसान  उसी अनाज बीज को बोने का चयन करता है ।इसका परिणाम यह होता है कि एसी अनाज का बीज भी मेहगा मिलता है ।और  एक ही चीज  अधिक किसानो दुआरा बोने पर 'उसकी पेदावार  अधिक होती है 'जिससे उस  अनाज की माग घट जाती है 'और माग घटने पर  उसका भाव भी गिर जाता है ।और  एसा करने वाले किसान हमेशा घाटे मे ही रहते है ।
खेती से आधिक लाभ पाने हेतू किसान को चाहिए कि वह कोन सी फसल बोए जो फसल  आने पर मेहगे भाव विके । इसके लिए वह पिछले सीजन मे 'अनाजो की देश मे कुल पेदावर के आकडे' देश मे अनाजो की कुल जरूरत 'देश मे स्टाक'अनाजो का आयात निर्यात 'आदि सब के आकडे इकट्ठा करके यह परिणाम निकाले की आने वाले साल मे किस  अनाज की कमी आने की संभावना है ।और  आने वाले समय मे जिसकी अधिक माग होगी ।तव भाव निश्चित ही बढेगा । किसान को यह सब निश्चित करने के वाद ही फमल बोने का चयन करना चाहिए । तभी वह खेती से अधिक लाभ  उठा सकेगा ।
[5] शासकिय कृषी विभाग की सेबाओ का पूरा लाभ  उठाए ।खेती से संबंधित हर पृकार की जानकारी लेने के लिए । कृषि हेल्प लाइन नं_09584700750.पर बात करें ।या किसान कॉल सेंटर के टोल फ्री नं_ 18001801551.पर कॉल लगा कर खेतीबाडी की जानकारी ले ।
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सोमवार, 19 अक्तूबर 2015

घर बैठे कमाए महिलाए ।

आज हमारे समाज मे व्यक्ति के उपयोग मे आने बाली वस्तूओ मे सबसे जायादा वस्तूए 'धातू और प्लास्टिक की पाई जाती है ।जैसे -इलेक्टानिक सामान 'बच्चो के खिलोने 'वाहन 'बर्तन' डिब्बे आदि जव यह वस्तुए अनउपयोगी हो जाती है ।तो घर के बच्चे य महिलाए इन टूटी -फूटी या बेकार धातू और प्लास्टिक की  चीजो को कूडे मे फेक देते है'या फिर फेरी बाले कबाडी को मिटटी के मोल बेच देते है ।
पर क्य  आपने कभी यह सोचा है । कि अनउपयोगी होने के बाद भी धातू और रवर की चीजे अब भी 50%  कीमत की होती  है ।
और इलेक्द्रानिक सामानो  मैं महगी धातुए  ताँबा (कापर) आदि  होता है । और कापर 1000रू  किलो के लगभग   बिकता है । 
घरेलू महिलाए घर के वेस्टेज कबाड से रूपये बनाने का काम आसानी से कर सकती हैं । और इससे वह हर माह 1000रू के लगभग हर माह कमा सकती है । छोटा ही सही इसे अपनी आय का सधन बना सकती हैं ।
इसके लिए महिलायो को सबसे पहले २कूडेदान के डिब्बे तैयार करना होगा' जिनमे से एक के उपर  "धातू का कचडा " और दूशरे के उपर "प्लास्टिक का कचडा "लिखकर ।  इन दोनो डिब्बो को घर के पिछवाडे या किसी कोने में रख दे ।और धातुओ व प्लास्टिक का खराब सामान फेरी वाले कबाडी को कभी न बेचे और न ही बच्चो को बेचने दे ।वल्कि इसे इन कूडेदानो मे संगृह करते रहे । जव भी घर मे कोइ एसी वस्तू टूट -फूट जाए या वेकार हो जाए 'तब आप उसे तुरंत ही इन डिब्बो मे डाले और छोटी से छोटी वस्तुए व उनके तुकडे भी इन कूडेदानो मे जरूर डालते रहे ।
और महिने दो महिने मे इन डिब्बो मे डबाड इकटठा होने पर 'इसे बोरो मे भर कर बाजार मे कबाड  की बडी दुकान पर ले जाकर बेचे ।वहाँ आपका कबाडा किलो के हिसाब से तुलकर सही कीमत पर बिकेगा ।जिससे आपके हाथ मे कुछ रूपये जरूर आएगे ।
घर के वेस्टेज सामान को बाजार मे बेचने मे संकोच न करे । या एसा न समझे की बाजार मे लोग हमे कबाड बेचते हुए देखेगे तो हमारी इनसलट होगी । आजी पैसे बनाने मे किस बात की शर्म 'करना ।लोग तो पैसे के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते है ।आपने टीवी पर कम कपडो मे महिलाए जरूर देखी होगी । हम तो केवल अपने घर का कबाड ही बेच रहे है। 
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शुक्रवार, 16 अक्तूबर 2015

अमीर बनने का मूल-मंत्र "एक संतान " है ।

एक समय था जव परिवार के विषय मे कहा जाता था ।हम दो हमरे दो' छोटा परिवार सुखी परिवार 'आदि ।पर मित्रो अब समय के साथ यह परिभाषाए भी बदल गई है ।हम दो हमारा एक 'की नीति ही सही है ।और  अब छोटा परिवार धन का आधार माना जाने लगा है ।वेज्ञानिक' विचारक व समज शास्त्रीयो के मुताविक  'आज छोटा परिवार भविष्य के धनी परिवार की नीव तैयार करता है ।एवं वह देश व समाज के आर्थिक विकाश मे भी सहायक शाबित होता है ।

मित्रो हम  अपने समाज मे परिवारो व व्यक्तियो को देखते है ।तो पाते है  कि वहुत कम लगभग20% व्यक्ति या परिवार ही एसे होते है'जो अपने जीवन की सबसे बडी पहली गलती नही करते' वे समय पर जगरूक रहते है ।वे अपने यहँ एक सतान होने के बाद परिवार नियोजन करा लेते है ।एव  अपना और  अपने बच्चे का जीवन सुखमय बना लेते है ।

कुछ समय पहले लंदन के वेज्ञानिको ने 14 हजार परिवारो का अध्यन किया था ।और  उस शोध रिपोट मे लंदन के वेज्ञानिको ने इस बात का दावा किया था । कि छोटा परिवार  अमीरी की राह तैयार करता है ।
रिपोट मे यह भी कहा गया है 'कि उदधोगिक रूप से विकशित समाज मे कम बच्चे होते है । इसका  प्रभाव यह होता है कि उनहे विरासत मे निवेश के लिए अधिक संपत्ती मिलती है । जिसका असर  आर्थिक सफलता मे दिखाई देता है ।
इस सोध के दोरान  वेज्ञानिको ने बडे पेमाने पर परिवारो का अध्यन किया था । अध्यन मे पया गया कि छोटे परिवार संमृध होते है । इन परिवार के बच्चो ने स्कूल मे अच्छा  परदर्शन भी किया था । और  इन परिवारो का जीवन स्तर भी समाज मे ऊचा था ।
जय शुभ लाभ ।
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चूना उघोग, कम लागत, आधिक मुनाफा

  आज भारत मे 75 पैरेंट लोग पान में जो चुना खाते है।  इस चूने को बनाना और इस तरह की डिब्बी में भरकर बेचने वाले लोग भारी मुनाफा कमाई करते है।