रसएक गॉव मे एक किसान रहता था । उसके पास चार बीघा जमीन थी ।जिस पर वह खेती करता था ।सूखी जमीन होने से वह साल मे एक ही बरसात की फसल उगा पाता था ।और वह गरीबी दुखहाली मे अपना जीवन यापन करता था ।यही हाल उसके पडोसी किसानो का था ।
इस किसान ने अपने खेत के कोने मे एक तालाव बनवाया '' और फिर खेत मे पानी की व्यवस्था होने पर वह उसी खेत मे एक साल मे चार फसलें लेने लगा ।एवं तालाव का पानी पडोसी किसानों को भी बेचने लगा । इसके बाद इस किसान ने तालाब मे मछलियों को पालने का काम भी शुरू कर दिया। इसके साथ ही उसने पशु पालन के रूप मे कुछ भैंसै भी खरीद ली ' जो खेत का खरपत्वार खाती और तालाब का पानी पीकर मस्त रहती ।किसान इनका दूध बेचता ।इनके गोबर को खाद के रूप मे खेत मे डालने से फसल भी अच्छी पेदावार देती । अब अकेला किसान इतने काम करने मे अपने आप को असमर्थ महसूस करने लगा ।इसलिए उसने अपना गॉव का मकान बैच कर ' खेत पर ही घर बना लिया ।और अपने परिवार सहित खेत पर ही रहने लगा ।अब उसके परिवार के लोग भी कामों मे उसका हाथ बटाने लगे ।अब इस किसान ने खेत मे तालाब के पास कुछ जगह पर सब्जियां उगाने का काम भी आरंभ कर दिया । जिससे घर का सबजी का खर्च चलने के साथ ' सब्जियों के बिकृय से आय भी होती ।
अब इस किसान के सामने सबसे बडी परेशानी यह थी की वह मवेशियो से खेती की रक्षा कैसे करे । और फिर उसने अपने खेत की चारो मेंडो पर फलदार पेड़ लगाए ' दो साल बाद पेड कुछ बडे होने पर ' पेडो के सहारे खेत के चारो ओर कॉटेदार तार खींच दिया । अब किसान को खेत की सुरक्षा के साथ ही पेडो के फलों से भी अतिरिक्त आय होने लगी ।और अब इस किसान ने खेती के साथ होने बाले सभी सहायक धंधे आरंभ कर लिए । अब यह किसान दिन दूनी रात चौगनी तरक्की करने लगा ।और देखते ही देखते कुछ ही बर्षो मे एक अमीर आदमी बन गया ।
ई-मेल seetamni@gmail.com mo. 0975u2066004.
इस किसान ने अपने खेत के कोने मे एक तालाव बनवाया '' और फिर खेत मे पानी की व्यवस्था होने पर वह उसी खेत मे एक साल मे चार फसलें लेने लगा ।एवं तालाव का पानी पडोसी किसानों को भी बेचने लगा । इसके बाद इस किसान ने तालाब मे मछलियों को पालने का काम भी शुरू कर दिया। इसके साथ ही उसने पशु पालन के रूप मे कुछ भैंसै भी खरीद ली ' जो खेत का खरपत्वार खाती और तालाब का पानी पीकर मस्त रहती ।किसान इनका दूध बेचता ।इनके गोबर को खाद के रूप मे खेत मे डालने से फसल भी अच्छी पेदावार देती । अब अकेला किसान इतने काम करने मे अपने आप को असमर्थ महसूस करने लगा ।इसलिए उसने अपना गॉव का मकान बैच कर ' खेत पर ही घर बना लिया ।और अपने परिवार सहित खेत पर ही रहने लगा ।अब उसके परिवार के लोग भी कामों मे उसका हाथ बटाने लगे ।अब इस किसान ने खेत मे तालाब के पास कुछ जगह पर सब्जियां उगाने का काम भी आरंभ कर दिया । जिससे घर का सबजी का खर्च चलने के साथ ' सब्जियों के बिकृय से आय भी होती ।
अब इस किसान के सामने सबसे बडी परेशानी यह थी की वह मवेशियो से खेती की रक्षा कैसे करे । और फिर उसने अपने खेत की चारो मेंडो पर फलदार पेड़ लगाए ' दो साल बाद पेड कुछ बडे होने पर ' पेडो के सहारे खेत के चारो ओर कॉटेदार तार खींच दिया । अब किसान को खेत की सुरक्षा के साथ ही पेडो के फलों से भी अतिरिक्त आय होने लगी ।और अब इस किसान ने खेती के साथ होने बाले सभी सहायक धंधे आरंभ कर लिए । अब यह किसान दिन दूनी रात चौगनी तरक्की करने लगा ।और देखते ही देखते कुछ ही बर्षो मे एक अमीर आदमी बन गया ।