आर्थिक विषय पर पूर्वजो का शोध
पुरानी कहावते । शुभ लाभ की प्रस्तुती । |
(1) बाप भला न भैया' सबसे भला रूपाइया ।
(2) सस्ता रोए बार बार ' मेहगा रोए एक बार ।
(3) खेती करें बंजी जाए ' दो मे से एक न पाए ।
(4) बंद मुटठी लाख की 'खुली मुटठी खाक की ।
(5) जिंदा हाथी लाख का ' मरा सबा लाख का ।
(6) पैसा न धेला ' बहू चली मेला ।
(7) हाथ न कोडी ' नाक छिदान दोडी ।
(8) नौ नगद ना तेरह उधार ।
(9) चोखा लेना ' चोखा देना ।
(10) लेना एक न देना दो ।
(11) आज नगद ' कल उधार ।
(12) पैसा फेको ' तमाशा देखो ।
(13) आम के आम ' गुठली के दाम ।
(14) जो दिखता है ' वो बिकता है ।
(15) गरीब की लुगाई ' सब की भोजाई ।
(16) खरचा रूपया ' अठन्नी आय ।
(17) घर की आधी भली ' बाहर की पूरी बुरी ।
(18) हेल्थ इज दा बेल्थ ।(अंग्रेजी कहावत)
(19) धरती खोदे धन मिले ' मित्र मिले परदेश ।
(20) जो देन जानता है ' वो लेना भी जानता है ।
(21) धर का दाम खोटा ' परखईंया को दोष ।
(22) कठिन चाकरी ' भीख निकाम ।
(23) पहला सुख निरोगी काया ' दुजा सुख घर मे माया ।
(24) कुछ पाने के लिए ' कुछ खोना पडता है ।
(24) जैसा काम ' बैसा दाम ।
(25) पैसे की कदर है ' बाकी सब गदर है
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