प्राकृतिक वस्तुओं को पैदा होने मे समय लगता है । एवं कुछ कुदरती वस्तुओं की पैदावार सीमित है ।जिसके कारण इन वस्तुओं का हमशा अभाव ही बना रहता है ।अर्थशास्त्र के नियम अनुसार _जिन वस्तुओं का अभाव होता है ' उन वस्तुओं की मांग अधिक होती है । एवं वस्तु का भाव ( मूल्य) भी ऊचा रहता है ।
प्राकृतिक वस्तुओं के व्यापार मे सबसे बडी सुविधा यह है 'कि इन वस्तुओं के बाजार मे प्रतिस्पर्धा बहुत कम है ।जवकी मानव निर्मित वस्तुओं का उत्पादन उपयोग की तुलना मे अधिक होने से बाजार मे बहुत स्पर्धा है । क्योंकि जो असली वस्तु कुदरती रूप से छह माह मे तैयार होती है ' वही कृत्रिम वस्तु इंडस्ट्री मे रसायनो और मशीनों से 24 घंटे मे तैयार हो जाती है । मानव निर्मित वस्तुएं पैदा करना सरल हो गया है । बेचना कुछ कठिन हो गया ।
अॉकडो के मुताबिक वर्तमान मे नेचुरल उत्पादो की तरफ उपभोक्ताओं का रूझान दिन प्रति वढ रहा है ।रसायन मुक्त खाद्यान्न आदि की माग वढ रही है ।
व्यापार मे लाभदायक कुछ प्राकृतिक वस्तुएं जैसे _
दुर्लभ जडी बूटी ' मेवा ' दूध ' शहद ' रेशम ' चमडा ' फूल ' फल ' बीज ' मशरूम ' जेविक खाद ' आदि ।
Seetamni@gmail. com
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प्राकृतिक वस्तुओं के व्यापार मे सबसे बडी सुविधा यह है 'कि इन वस्तुओं के बाजार मे प्रतिस्पर्धा बहुत कम है ।जवकी मानव निर्मित वस्तुओं का उत्पादन उपयोग की तुलना मे अधिक होने से बाजार मे बहुत स्पर्धा है । क्योंकि जो असली वस्तु कुदरती रूप से छह माह मे तैयार होती है ' वही कृत्रिम वस्तु इंडस्ट्री मे रसायनो और मशीनों से 24 घंटे मे तैयार हो जाती है । मानव निर्मित वस्तुएं पैदा करना सरल हो गया है । बेचना कुछ कठिन हो गया ।
अॉकडो के मुताबिक वर्तमान मे नेचुरल उत्पादो की तरफ उपभोक्ताओं का रूझान दिन प्रति वढ रहा है ।रसायन मुक्त खाद्यान्न आदि की माग वढ रही है ।
व्यापार मे लाभदायक कुछ प्राकृतिक वस्तुएं जैसे _
दुर्लभ जडी बूटी ' मेवा ' दूध ' शहद ' रेशम ' चमडा ' फूल ' फल ' बीज ' मशरूम ' जेविक खाद ' आदि ।
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