हम आपको सेन्ट्रल बैंक अॉफ इंडिया की एक एसी साखा की जानकारी दे रहे है । जिसके बारे मे जानकर आपको आश्चर्य होगा की देश मे इस तरह की बैके भी है ।
सेन्ट्रल बैक की यह साखा मध्य प्रदेश के रायसेन जिले की सुल्तानपुर तहसील के पास गॉव 'ईटखेडी ' मे स्थित है ।इस बैंक ब्रांच के अधिकंश ग्राहक अनपढ गोड आदिवासी है जो वन अंचल के ग्रामीण है ।इसलिए यह बैंक इन लोगो का भरपूर शोषण कर रही है ।इस बैक मे लोगो को बैठने तक की कोई उचित व्यावस्था तक नही है ।लोग बैक के बाहर धूप मे खडे रहते है उपर से बैक वाले इन लोगो कू साथ बदतामीजी भरा बरताव करते है ।चपरासी से लेकर बीसी और केशियर यहा तक की बैक मेनेजर भी भृष्ट है ।इस बैंक मे लोगो का कोई भी काम बगेर रिस्वत लिए नही किया जाता है ।यहाँ तक तो ठीक ही है पर इस बैंक के कुछ खातेदार तो एसे है जिनहे उनका खाता नं तक पता नही है 'बैक वालो ने जानबूझकर इन लोगो को उनका खाता नं नही दिया है पासबुक देने की बात तै दूर है ।इह तरह के ग्राहको मे अधिकतर बृधा पेशन भोगी है । जिनकी पेशन का सारा रुपया बैंक कर्मचारी डकार रहे है ।बृध्दजन अपनी पेंशन लेने बैंक जाते है तो बैक वाले उनहे सो या पचास रुपए देकर उनसे अगुठा लगवा लेते है । या कह देते है की आभीआपका पैसा नही आया है ।बैंड के वीसी है गॉव के लोगो की सुविधा के लिए पर यह भी बैंक वालो की मिली भगत से भृष्टाचार कर रहे है । और लोगो की मुसीवत बने है ।
उधर सरकार डिजिटल मनी लेनदेन की बात कर रही है । जहाँ लोग नगद मनी बैक से लेने मे असमर्थ है । वे क्या जाने डिजिटल लेनदेन के बारे मे 'यह क्या है और कैसे होता है ।
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सेन्ट्रल बैक की यह साखा मध्य प्रदेश के रायसेन जिले की सुल्तानपुर तहसील के पास गॉव 'ईटखेडी ' मे स्थित है ।इस बैंक ब्रांच के अधिकंश ग्राहक अनपढ गोड आदिवासी है जो वन अंचल के ग्रामीण है ।इसलिए यह बैंक इन लोगो का भरपूर शोषण कर रही है ।इस बैक मे लोगो को बैठने तक की कोई उचित व्यावस्था तक नही है ।लोग बैक के बाहर धूप मे खडे रहते है उपर से बैक वाले इन लोगो कू साथ बदतामीजी भरा बरताव करते है ।चपरासी से लेकर बीसी और केशियर यहा तक की बैक मेनेजर भी भृष्ट है ।इस बैंक मे लोगो का कोई भी काम बगेर रिस्वत लिए नही किया जाता है ।यहाँ तक तो ठीक ही है पर इस बैंक के कुछ खातेदार तो एसे है जिनहे उनका खाता नं तक पता नही है 'बैक वालो ने जानबूझकर इन लोगो को उनका खाता नं नही दिया है पासबुक देने की बात तै दूर है ।इह तरह के ग्राहको मे अधिकतर बृधा पेशन भोगी है । जिनकी पेशन का सारा रुपया बैंक कर्मचारी डकार रहे है ।बृध्दजन अपनी पेंशन लेने बैंक जाते है तो बैक वाले उनहे सो या पचास रुपए देकर उनसे अगुठा लगवा लेते है । या कह देते है की आभीआपका पैसा नही आया है ।बैंड के वीसी है गॉव के लोगो की सुविधा के लिए पर यह भी बैंक वालो की मिली भगत से भृष्टाचार कर रहे है । और लोगो की मुसीवत बने है ।
उधर सरकार डिजिटल मनी लेनदेन की बात कर रही है । जहाँ लोग नगद मनी बैक से लेने मे असमर्थ है । वे क्या जाने डिजिटल लेनदेन के बारे मे 'यह क्या है और कैसे होता है ।
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