समय के साथ ही बढता है 'धरती का मोल !
संसार की सभी वस्तुओं मे ' जमीन एक एसी अचल संपत्ति है । जिसका भाव हमेशा बढता ही रहता है । क्योंकि जमीन का क्षेत्रफल स्थायी है ' जिसे माग के अनुसार बढाया नहीं जा सकता है ।जनसंख्या की लगातार वृद्धि होने के साथ ही उपयोग के लिए जमीन कम पडना सोभाविक है । और जिसके कारण जमीन की माग हमेशा बरकरार रहती है । चाहे आवास के लिए हो या खेती के लिए या फिर कारखाने लगाने के लिए जमीन की माग हो । और भूमि का मूल्य हमेशा बढता ही रहता है ।
जमीन के कारोबार मे हमेशा लाभ !
जमीन के गणित को समझने वाले व्यापारी जमीनो के व्यापार मे हमेशा ही खूब मुनाफा कमाते है । एसे व्यापारी नगरों या महानगरों से कुछ दूरी पर बंजर जमीने सस्ते रेट पर खरीदते है । एवं कुछ साल बाद जमीन का भाव बढने पर यह लोग जमीन को आवास के लिए तुकडो मे बेचते है । लेकिन जमीन खरीदने से पहले यह लोग उस नगर की जनसंख्या वृद्धि आदि के अॉकडो से यह अॉकलन कर लेते है कि कितने साल मे शहर इस जमीन की दूरी तय कर लेगा और उस समय इस जमीन का अनुमति भाव क्या होगा । यानी की मनी चौगनी होगी की आठ गुनी ।
जमीन के दलाल मालामाल ।
जमीन के व्यापार मे क्रेता बिक्रेता को आपस मे मिलाकर जमीनो का सौदा करवाने वाले लोकल दलाल भी खूव कमाई करते है । यह लोग जमीन का सोदा कराने पर दोनो पक्षों से कुछ प्रतिशत कमीशन लेते है । यह धंधा आज एक अधिक लाभ कमाने बाले धंधे के रूप मे उभरा है । क्योंकि इसमें जादा कुछ लागत मेहनत नहीं है ।इसके लिए वस इतना करना होता है कि शहरों और गॉवो मे संपर्क स्थापित करना होता है 'वह भी घर बैठे मोबाइल पर ।इसके बाद तो महिने भर मे एकाध करोड़ों का सौदा मिल ही जाता है । जिसमें दोनो पार्टी से 2% कमीशन मिलने पर भी चार लाख रूपया माशिक कमाई है ।
पर जमीन के कृय बिकृय मे पंजीकृत दलाल का ही सहयोग लेना उचित होता है । क्योंकि रजिस्टर्ड दलाल अधिक विश्वसनीय होता है ।
Seetamni@gmail. com
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संसार की सभी वस्तुओं मे ' जमीन एक एसी अचल संपत्ति है । जिसका भाव हमेशा बढता ही रहता है । क्योंकि जमीन का क्षेत्रफल स्थायी है ' जिसे माग के अनुसार बढाया नहीं जा सकता है ।जनसंख्या की लगातार वृद्धि होने के साथ ही उपयोग के लिए जमीन कम पडना सोभाविक है । और जिसके कारण जमीन की माग हमेशा बरकरार रहती है । चाहे आवास के लिए हो या खेती के लिए या फिर कारखाने लगाने के लिए जमीन की माग हो । और भूमि का मूल्य हमेशा बढता ही रहता है ।
जमीन के कारोबार मे हमेशा लाभ !
जमीन के गणित को समझने वाले व्यापारी जमीनो के व्यापार मे हमेशा ही खूब मुनाफा कमाते है । एसे व्यापारी नगरों या महानगरों से कुछ दूरी पर बंजर जमीने सस्ते रेट पर खरीदते है । एवं कुछ साल बाद जमीन का भाव बढने पर यह लोग जमीन को आवास के लिए तुकडो मे बेचते है । लेकिन जमीन खरीदने से पहले यह लोग उस नगर की जनसंख्या वृद्धि आदि के अॉकडो से यह अॉकलन कर लेते है कि कितने साल मे शहर इस जमीन की दूरी तय कर लेगा और उस समय इस जमीन का अनुमति भाव क्या होगा । यानी की मनी चौगनी होगी की आठ गुनी ।
जमीन के दलाल मालामाल ।
जमीन के व्यापार मे क्रेता बिक्रेता को आपस मे मिलाकर जमीनो का सौदा करवाने वाले लोकल दलाल भी खूव कमाई करते है । यह लोग जमीन का सोदा कराने पर दोनो पक्षों से कुछ प्रतिशत कमीशन लेते है । यह धंधा आज एक अधिक लाभ कमाने बाले धंधे के रूप मे उभरा है । क्योंकि इसमें जादा कुछ लागत मेहनत नहीं है ।इसके लिए वस इतना करना होता है कि शहरों और गॉवो मे संपर्क स्थापित करना होता है 'वह भी घर बैठे मोबाइल पर ।इसके बाद तो महिने भर मे एकाध करोड़ों का सौदा मिल ही जाता है । जिसमें दोनो पार्टी से 2% कमीशन मिलने पर भी चार लाख रूपया माशिक कमाई है ।
पर जमीन के कृय बिकृय मे पंजीकृत दलाल का ही सहयोग लेना उचित होता है । क्योंकि रजिस्टर्ड दलाल अधिक विश्वसनीय होता है ।
Seetamni@gmail. com
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